युद्ध के मैदान में ऐसे मौके कम आते हैं जब विपक्षी सेना किसी सैनिक की बहादुरी और जीवट को न सिर्फ़ स्वीकार करे, बल्कि उसकी सिफ़ारिश पर उसे देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्तार भी दिया जाए. 1999 की कारगिल लड़ाई में ऐसा ही हुआ था जब भारतीय सेना की सिफ़ारिश पर कैप्टेन कर्नल शेर ख़ाँ को पाकिस्तान का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘निशान ए हैदर’ दिया गया. कैप्टेन शेर ख़ाँ की कहानी बता रहे हैं रेहान फ़ज़ल विवेचना में
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